Tuesday 5 April 2011

भूदान

भूदान हीरक जयंतिदि- १८ अप्रैल] २०११-समयः सुबह १० से शाम -०० तकस्थानः मुंबई सर्वोदय मंडल] शांताश्रम]ताडदेव रोड] मुंबई ४००००७,दूरध्वनिः २३८७ २०६१
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आचार्य विनोबाजी भावे को पहला भूमि-दान १९५१ में १८ अप्रैल को रामचंद्र रेड्डी द्वारा मिला था- इस घटना को इस साल ६० वर्ष हो रहे हैं- उस पहले दान-प्राप्ति के बाद विनोबाजी देश में सतत १३ साल पैदल घूमते रहें और उन्हें ४५ लाख एकड से भी अधिक भूमि प्राप्त हुई- उसमें से करीब २४ लाख एकड भूमि का बंटवारा हो सका- वैसे ही ग्रामदान आंदोलन में ३९०० ग्राम पंजीकृत हो सके- मिले तो कितने ही अधिक थे- याने ग्रामस्वराज्य के स्वप्न को साकार करने के लिए एक पक्का आधार मिल गया था-
डो- पराग चोळकर लिखित ^सबै भूमि गोपाल की* नामक सर्वोदय आंदोलन का अद्भुत इतिहास हाल ही में] तीन खंडों में] परंधाम प्रकाशन द्वारा प्रकाशित हुवा है-
लेकिन आज हम क्या देखते हैं \ आज केवल मुंबई में ही नहीं , सारे भारत में गांवों की भूमि पर पूंजीपति और उद्योजकों का बडे पैमाने पर आक्रमण हो रहा है- विकासनीति के नाम पर भूमिपूत्रों को बे-दखल कर उनकी भूमि पर कब्जा किया जा रहा है-
भूदान जयंति के ६० वे सालगिरा के अवसर पर भूदान-ग्रामदान के उज्वल इतिहास को याद करते हुए आज के भूमि के प्रश्नों के संदर्भ में भूदान-ग्रामदान-ग्रामस्वराज्य आंदोलन कोई तात्पर्य रखता है या नहीं ] इस विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया है- vki blesa lknj vkeaf=r gSaA

सुनंदा काळुष्टे डॅनियल माजगांवकर जयंत दिवाण
मुंबई सर्वोदय मंडल मैत्री सेंटर जन मुक्ति संघर्ष वाहिनी
किशन गोरडिया आबा कांबळे
सद्भावना संघ महाराष्ट्र सर्वोदय मंडल
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परिचय

मणिमाला
निदेशक, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति
नई दिल्ली